युवाओं में बाल झड़ने और गिरने की समस्या तेजी से बढ़ रही है, सही पोषण आहार ही नहीं और भी कई वजह जिम्मेदार हैं.....
बाल तीन विविध चरणों के साथ एक विशेष वृद्धि चक्र का अनुसरण करते हैं | प्रत्येक चरण की निश्चित विशेषताएं होती हैं, जो बालों की लंबाई निर्धारित करती हैं | ये तीन चरण एनाजेन (वृद्धि चरण), केटाजेन (मध्यवर्ती चरण) तथा टेलोजेन (सुप्त चरण) होते हैं | व्यक्ति के सिर पर लगभग 85 फीसदी बाल हर समय ऐनाजेन चरण में होते हैं |
बाल झड़ने के यह हैं मुख्य कारण :
तनाव, लंबी बीमारी, हादसा, भावनात्मक तनाव, गर्भावस्था और दुग्धपान टेलोजन एफ्लुवियम (बालों संबंधी विकार)| एनिमिआ, हाइपोथायरॉइडिज़्म, विटामिन बी, डी की कमी, कीमोथेरपी से, डर्मेटाइटिस डैंड्रफ की समस्या| खाना ठीक से नहीं पचा पाना| ऑटोइम्यून डीसीस, दवाइयाँ, खून पतला करने वाले तनावरोधी, बहुत ज्यादा स्टाइलिंग जैसे बाल स्ट्रेट, हाईलाइट करने के लिए तेज़ केमिकल का प्रयोग करना| बालों को कलर करने के लिए केमिकल कलर का अधिक प्रयोग करना| हार्मोन असंतुलन या मोटापे का बढ़ना|
पुरुषों में ये अलग वजह :
लड़को में मेल हार्मोन बढ़ने की वजह से भी बाल झड़ने लगते हैं| यह पुरुषों में होने वाला पैटर्न गंजापन है| इसे एलोपेशिआ भी कहते हैं, क्यूंकि रोग का कारण पुरुष यौन हार्मोन के एंड्रोजन्स में छिपा होता है|
महिलाओं में ये अलग वजह :
महिलाओं का शरीर थायरॉइड, स्ट्रेस हार्मोन के प्रति अधिक संवेदनशील होता है| इसके अलावा उनमें आयरन की कमी भी पायी जाती है| पीरियड्स में हैवी ब्लीडिंग की वजह से भी बाल झड़ने की समस्या होती है|
इन बातों का रखें ध्यान :
गुनगुने पानी एवं अच्छे प्रोटीन आधारित शैम्पू से अपने बालों को नियमित रूप से धोएं| गीले बालों पर कंघा न करें| अपने बालों को बहुत कसकर न बांधे| हाई पोनीटेल, टाइट बन बनाते समय ध्यान रखिये की जड़ों में खिचाव न आये| प्रोटीन, विटामिन, आयरन, बायोटीन की प्रचुर मात्रा वाला आहार बालों को स्वस्थ रखने में फायदेमंद है| यदि कोई चिकित्सकीय स्थिति हो तो उसका उपचार करवाइए|
यह घरेलु उपचार हैं फायदेमंद :
नारियल का दूध, एलोवेरा, आंवला, अदरक का रस, दही आदि का प्रयोग शैम्पू करने से लगभग आधा घंटा पहले करने से बालों को कंडीशनर और मॉइस्चराइज करने में मदद मिलती है| ग्रीन टी सोल्युशन का प्रयोग शेम्पू के बाद कंडीशनर के रूप में किया जा सकता है|
खाने को सही ढंग से पचाना भी जरूरी :
आहार में प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम की कमी, ऑटोइम्यून डीसीस तो बाल झड़ने की वजह हैं ही| सही पोषण, आहार की कमी के अलावा खाना सही ढंग से न पचे तो भी बाल झड़ने की समस्या हो सकती है| ऐसे में जब हम डॉक्टर के पास जाते हैं और वह कुछ दवाइयां देकर उपचार करते हैं| तो उससे कुछ भी ठीक नहीं होगा, क्यूंकि अगर खराबी अंदर है तो उसे अंदर से ही जड़ से ठीक करना आवश्यक है| इसीलिए बाल झड़ने की समस्या क्या है, इसे जानने के बाद ही इसका सही इलाज हो सकता है| कुछ लोगों को मक्का, गेहूं, मूंगफली आदि खाने से एलर्जी हो सकती है| कुछ लोगों को दूध या अन्य डेयरी प्रोडक्टस से भी एलर्जी हो सकती है| फ़ूड इन्टॉलरेंस टेस्ट के माध्यम से पता किया जा सकता है की किन चीज़ों को पचाने में व्यक्ति को समस्या हो रही है| यह जानने के बाद जिन चीज़ों को खाने से समस्या है, उन्हें खाने से बचना चाहिए| साथ ही खाना ज्यादा देर से नहीं खाना चाहिए ताकि डाइजेशन सिस्टम दुरुस्त रहे|
रोकने के लिए ये रोज़ाना खाइये :
बालों को झड़ने से रोकने के लिए प्रोटीन, आयरन, बायोटीन, ओमेगा-3 फैटी एसिड का आहार में होना आवश्यक है| इसके लिए खाने में इन सभी को इस मात्रा में नियमित शामिल कीजिये:-
हरी पत्तेदार सब्जियाँ, आधा चम्मच भिगोये हुए मैथी के दाने, एक चम्मच अलसी के बीज, साथ ही एक-एक नींबू, खीरा, टमाटर, गाजर, एक मुट्ठी चना या नट्स के साथ 2 से 3 लीटर पानी पीना चाहिए|
सिर्फ 8 घंटे सोने से पर्याप्त नींद नहीं मिलती :
बालों के झड़ने के लिए नींद पूरी न होना भी एक कारण है| सूर्य डूबने के कितने घंटे बाद सो रहे है, इसका असर भी व्यक्ति के शरीर और हार्मोन पर पड़ता है| अगर व्यक्ति रत को 12 बजे या 2 बजे सो रहा है तो फिर वह कितना भी लेट उठे उसके हार्मोन असंतुलित रहेंगे, जिससे बाल झड़ सकते हैं, जबकि यदि रात को 9 बजे सोकर भले ही सुबह जल्दी 4 बजे उठ जाएं तो हार्मोन ज्यादा बेहतर ढंग से कार्य करेंगे|
सोचो मत की झड़ रहे हैं बाल :
बाल झड़ रहे हैं और अगर इसी बात का तनाव लें तो भी स्ट्रेस हार्मोन एक्टिव होंगे, जिससे बालों में समस्या बढ़ सकती है| अगर पानी कठोर है तो भी बाल झड़ने लगते हैं| जिस शैम्पू का प्रयोग कर रहे हैं, वह भी बालों को प्रभावित करता है| इसीलिए बालों के लिए केमिकल फ्री के नाम पर मार्केट में मिलने वाले हर्बल प्रोडक्ट्स के बजाय आंवला, रीठा आदि को घर लाकर खुद कण्डीशनिंग की जाये तो वह ज्यादा कारगर है|
तो विशेषज्ञ से परामर्श लेने की आवश्यकता :
जून-जुलाई के महीने में बालों का झड़ना सामान्य है, लेकिन बिना किसी वजह से लगातार एक या डेढ़ महीने से बाल झड़ रहे हों तो एक्सपर्ट्स से मिलना चाहिए| किसी बीमारी के दौरान या उसके तुरंत बाद भी बाल झड़ने की समस्या कुछ समय तक सामान्य तौर पर होती है|
बाल तीन विविध चरणों के साथ एक विशेष वृद्धि चक्र का अनुसरण करते हैं | प्रत्येक चरण की निश्चित विशेषताएं होती हैं, जो बालों की लंबाई निर्धारित करती हैं | ये तीन चरण एनाजेन (वृद्धि चरण), केटाजेन (मध्यवर्ती चरण) तथा टेलोजेन (सुप्त चरण) होते हैं | व्यक्ति के सिर पर लगभग 85 फीसदी बाल हर समय ऐनाजेन चरण में होते हैं |
बाल झड़ने के यह हैं मुख्य कारण :
तनाव, लंबी बीमारी, हादसा, भावनात्मक तनाव, गर्भावस्था और दुग्धपान टेलोजन एफ्लुवियम (बालों संबंधी विकार)| एनिमिआ, हाइपोथायरॉइडिज़्म, विटामिन बी, डी की कमी, कीमोथेरपी से, डर्मेटाइटिस डैंड्रफ की समस्या| खाना ठीक से नहीं पचा पाना| ऑटोइम्यून डीसीस, दवाइयाँ, खून पतला करने वाले तनावरोधी, बहुत ज्यादा स्टाइलिंग जैसे बाल स्ट्रेट, हाईलाइट करने के लिए तेज़ केमिकल का प्रयोग करना| बालों को कलर करने के लिए केमिकल कलर का अधिक प्रयोग करना| हार्मोन असंतुलन या मोटापे का बढ़ना|
पुरुषों में ये अलग वजह :
लड़को में मेल हार्मोन बढ़ने की वजह से भी बाल झड़ने लगते हैं| यह पुरुषों में होने वाला पैटर्न गंजापन है| इसे एलोपेशिआ भी कहते हैं, क्यूंकि रोग का कारण पुरुष यौन हार्मोन के एंड्रोजन्स में छिपा होता है|
महिलाओं में ये अलग वजह :
महिलाओं का शरीर थायरॉइड, स्ट्रेस हार्मोन के प्रति अधिक संवेदनशील होता है| इसके अलावा उनमें आयरन की कमी भी पायी जाती है| पीरियड्स में हैवी ब्लीडिंग की वजह से भी बाल झड़ने की समस्या होती है|
इन बातों का रखें ध्यान :
गुनगुने पानी एवं अच्छे प्रोटीन आधारित शैम्पू से अपने बालों को नियमित रूप से धोएं| गीले बालों पर कंघा न करें| अपने बालों को बहुत कसकर न बांधे| हाई पोनीटेल, टाइट बन बनाते समय ध्यान रखिये की जड़ों में खिचाव न आये| प्रोटीन, विटामिन, आयरन, बायोटीन की प्रचुर मात्रा वाला आहार बालों को स्वस्थ रखने में फायदेमंद है| यदि कोई चिकित्सकीय स्थिति हो तो उसका उपचार करवाइए|
यह घरेलु उपचार हैं फायदेमंद :
नारियल का दूध, एलोवेरा, आंवला, अदरक का रस, दही आदि का प्रयोग शैम्पू करने से लगभग आधा घंटा पहले करने से बालों को कंडीशनर और मॉइस्चराइज करने में मदद मिलती है| ग्रीन टी सोल्युशन का प्रयोग शेम्पू के बाद कंडीशनर के रूप में किया जा सकता है|
खाने को सही ढंग से पचाना भी जरूरी :
आहार में प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम की कमी, ऑटोइम्यून डीसीस तो बाल झड़ने की वजह हैं ही| सही पोषण, आहार की कमी के अलावा खाना सही ढंग से न पचे तो भी बाल झड़ने की समस्या हो सकती है| ऐसे में जब हम डॉक्टर के पास जाते हैं और वह कुछ दवाइयां देकर उपचार करते हैं| तो उससे कुछ भी ठीक नहीं होगा, क्यूंकि अगर खराबी अंदर है तो उसे अंदर से ही जड़ से ठीक करना आवश्यक है| इसीलिए बाल झड़ने की समस्या क्या है, इसे जानने के बाद ही इसका सही इलाज हो सकता है| कुछ लोगों को मक्का, गेहूं, मूंगफली आदि खाने से एलर्जी हो सकती है| कुछ लोगों को दूध या अन्य डेयरी प्रोडक्टस से भी एलर्जी हो सकती है| फ़ूड इन्टॉलरेंस टेस्ट के माध्यम से पता किया जा सकता है की किन चीज़ों को पचाने में व्यक्ति को समस्या हो रही है| यह जानने के बाद जिन चीज़ों को खाने से समस्या है, उन्हें खाने से बचना चाहिए| साथ ही खाना ज्यादा देर से नहीं खाना चाहिए ताकि डाइजेशन सिस्टम दुरुस्त रहे|
रोकने के लिए ये रोज़ाना खाइये :
बालों को झड़ने से रोकने के लिए प्रोटीन, आयरन, बायोटीन, ओमेगा-3 फैटी एसिड का आहार में होना आवश्यक है| इसके लिए खाने में इन सभी को इस मात्रा में नियमित शामिल कीजिये:-
हरी पत्तेदार सब्जियाँ, आधा चम्मच भिगोये हुए मैथी के दाने, एक चम्मच अलसी के बीज, साथ ही एक-एक नींबू, खीरा, टमाटर, गाजर, एक मुट्ठी चना या नट्स के साथ 2 से 3 लीटर पानी पीना चाहिए|
सिर्फ 8 घंटे सोने से पर्याप्त नींद नहीं मिलती :
बालों के झड़ने के लिए नींद पूरी न होना भी एक कारण है| सूर्य डूबने के कितने घंटे बाद सो रहे है, इसका असर भी व्यक्ति के शरीर और हार्मोन पर पड़ता है| अगर व्यक्ति रत को 12 बजे या 2 बजे सो रहा है तो फिर वह कितना भी लेट उठे उसके हार्मोन असंतुलित रहेंगे, जिससे बाल झड़ सकते हैं, जबकि यदि रात को 9 बजे सोकर भले ही सुबह जल्दी 4 बजे उठ जाएं तो हार्मोन ज्यादा बेहतर ढंग से कार्य करेंगे|
सोचो मत की झड़ रहे हैं बाल :
बाल झड़ रहे हैं और अगर इसी बात का तनाव लें तो भी स्ट्रेस हार्मोन एक्टिव होंगे, जिससे बालों में समस्या बढ़ सकती है| अगर पानी कठोर है तो भी बाल झड़ने लगते हैं| जिस शैम्पू का प्रयोग कर रहे हैं, वह भी बालों को प्रभावित करता है| इसीलिए बालों के लिए केमिकल फ्री के नाम पर मार्केट में मिलने वाले हर्बल प्रोडक्ट्स के बजाय आंवला, रीठा आदि को घर लाकर खुद कण्डीशनिंग की जाये तो वह ज्यादा कारगर है|
तो विशेषज्ञ से परामर्श लेने की आवश्यकता :
जून-जुलाई के महीने में बालों का झड़ना सामान्य है, लेकिन बिना किसी वजह से लगातार एक या डेढ़ महीने से बाल झड़ रहे हों तो एक्सपर्ट्स से मिलना चाहिए| किसी बीमारी के दौरान या उसके तुरंत बाद भी बाल झड़ने की समस्या कुछ समय तक सामान्य तौर पर होती है|
बालों को झड़ने से रोकने के तरीके || Ways to Stop Hair Loss || hair loss treatment
Reviewed by Unknown
on
2:37:00 AM
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